
सौगात - ऐ- मोहब्बत
मिली है मुझे वो सौगात- ऐ - मोहब्बत कि जिसमे,
नज़र आती है तुझे मेरी हजारों ख्वाहिशें,
बस नज़र आती नही तो,
उन ख्वाहिशों के पीछे का अनजाना डर,
नज़र आती है तुझे मेरी महफिल-ऐ -जिंदगी,
बस नज़र आती नही तो,
उस महफिल में रौशन-ऐ -तन्हाई,
नज़र आती है तुझे मेरे चेहरे की हँसी,
बस नज़र आती नही तो,
इन पलकों पर छलकी दर्द-ऐ -दिल की नमी...................
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